उत्तराखंड : जानिए इसके 13 जिलों के बारे में

उत्तराखंड, जिसे 'देवभूमि' के नाम से भी जाना जाता है, भारत का एक खूबसूरत राज्य है जो हिमालय की गोद में बसा हुआ है. यह राज्य न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक महत्त्व भी इसे विशेष बनाते हैं.


उत्तराखंड में 13 ज़िले हैं, जो अपनी अद्भुत विशेषताओं के कारण, इस राज्य की विविधता को प्रदर्शित करते हैं. चाहे वह पर्वतीय दृश्य हों, पवित्र नदियाँ हों, या ऐतिहासिक स्थल हों, हर जिले का अपना अलग आकर्षण है.









इस ब्लॉग में, हम उत्तराखंड के इन 13 जिलों के बारे में जानेंगे.


उत्तराखंड के 13 जिले दो मुख्य क्षेत्रों में विभाजित हैं : गढ़वाल मंडल और कुमाऊँ मंडल


गढ़वाल मंडल के अंतर्गत आने वाले जिलों की सूची इस प्रकार है:-


पौड़ी गढ़वाल:

यहाँ की शांत और हरी-भरी घाटियाँ सुकून का अहसास कराती हैं. प्रसिद्ध कोटद्वार,धारी देवी मंदिर,बिनसर महादेव,लैंसडाउन और खिरसू  कुछ ऐसे पर्यटन स्थल हैं जहाँ आप जा  सकते हैं और यहाँ के सुंदर दृश्यों का आनंद ले सकते हैं.

पौड़ी गढ़वाल का लगभग 60% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है, जिसमें चीड़, देवदार और बांज जैसे पेड़ पाए जाते हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार, पौड़ी गढ़वाल की कुल जनसंख्या लगभग 6 लाख थी. हालांकि, पलायन के कारण यहाँ की जनसंख्या में कमी देखी जा रही है.

पौड़ी गढ़वाल ज़िले में 13 तहसीलें हैं: पौड़ी, लैंसडाउन, कोटद्वार, थलीसैण, चौबट्टाखाल, श्रीनगर, सतपुली, धुमाकोट, यमकेश्वर, चाकीसैण, बीरोंखाल, जाखणीखल, रिखनीखाल. 

क्षेत्रफल: 5,230 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-12



चमोली:  

यहाँ की हरियाली और धार्मिक महत्व लोगों को आकर्षित करता है. चमोली के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल हैं- नंदा देवी पर्वत, बद्रीनाथ मंदिर,औली,रुद्रनाथ मंदिर,वसुधारा,बद्रीनाथ मंदिर और हेमकुंड साहिब.

चमोली का लगभग 65% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है, जिसमें घने जंगल, जिनमें देवदार, बुरांश, और ओक के पेड़ प्रमुख हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार, चमोली जिले की कुल जनसंख्या 3,91,605 थी. इसमें से 1,93,991 पुरुष और 1,97,614 महिलाएँ थीं. चमोली की जनसंख्या घनत्व कम है, क्योंकि यह एक पहाड़ी जिला है और यहाँ का अधिकांश क्षेत्र वन और पर्वतीय भूभाग से घिरा हुआ है.

चमोली ज़िले में 12 तहसीलें हैं: चमोली, जोशीमठ, पोखरी, कर्णप्रयाग, गैरसैण, थराली, देवाल, नारायाणबगड़, आदिबद्री, जिलासू, नन्दप्रयाग, घाट.

क्षेत्रफल: 8,030 वर्ग किलोमीटर


RTO CODE: UK-11



टिहरी गढ़वाल: 

टिहरी डैम, जो एशिया का सबसे बड़ा जलाशय है, यहाँ स्थित है. यहाँ की सुंदर झीलें और साहसिक खेल बहुत प्रसिद्ध हैं.

टिहरी गढ़वाल का लगभग 68% हिस्सा वन्य क्षेत्र से घिरा हुआ है.  इस क्षेत्र में विविध प्रकार के वनस्पतियाँ और वन्यजीव पाए जाते हैं, जिनमें बांज, देवदार, और चीड़ के जंगल प्रमुख हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार, टिहरी गढ़वाल जिले की कुल जनसंख्या 618,931 है, जो पिछले दशक की तुलना में 2.35% अधिक है.

टिहरी गढ़वाल ज़िले में 7 तहसीलें हैं:  देवप्रयाग, धनौल्टी, घनसाली, जाखणी धार, नरेन्द्र नगर, प्रतापनगर, टिहरी.

क्षेत्रफल: 3,642 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-09



उत्तरकाशी: 

गंगोत्री और यमुनोत्री के मंदिरों के कारण धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है. यहाँ के ग्लेशियर और ट्रेकिंग रूट्स भी आकर्षण का केंद्र हैं.

उत्तरकाशी जिले का लगभग 88% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है.  यहाँ के घने जंगलों में देवदार, बुरांश, चीड़, और ओक के पेड़ पाए जाते हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार, उत्तरकाशी जिले की कुल जनसंख्या 330,086  है, जिसमें पुरुष जनसंख्या 168,597 और महिला जनसंख्या 161,489 है.

उत्तरकाशी ज़िले में 6 तहसीलें हैं: भटवाडी, डुंडा, चिन्यालीसौड, बडकोट, पुरोला, मोरी.

क्षेत्रफल: 8,016 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-1O



देहरादून: 

उत्तराखंड की राजधानी, जो अपने शैक्षिक संस्थानों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. सहस्त्रधारा और मालसी डियर पार्क यहाँ के प्रमुख आकर्षण हैं.

देहरादून का लगभग 43% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है.  इस जिले में साल, सागौन, देवदार, और चीड़ के घने जंगल पाए जाते हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार, देहरादून जिले की कुल जनसंख्या 10,086,292 है, जिसमें पुरुष जनसंख्या 5,137,773 और महिला जनसंख्या 4,948,519 है.

देहरादून ज़िले में 6 तहसीलें हैं: चकराता, देहरादून, कलसी, ऋषिकेश, ट्युनि, विकास नगर. 

क्षेत्रफल: 3,088 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-07



हरिद्वार: 

गंगा नदी के तट पर बसा यह शहर कुंभ मेले के लिए प्रसिद्ध है. हर की पौड़ी और मनसा देवी मंदिर यहाँ के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं.

हरिद्वार जिले का लगभग 10% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है. चूंकि हरिद्वार मैदानी क्षेत्र में स्थित है, यहाँ का वन क्षेत्र अपेक्षाकृत कम है. इस जिले के जंगल मुख्य रूप से साल के पेड़ों से भरे हुए हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार, हरिद्वार जिले की कुल जनसंख्या 18,90,422 थी. इसमें 10,05,295 पुरुष और 8,85,127 महिलाएँ शामिल थीं.

हरिद्वार  ज़िले में 4 तहसीलें हैं: हरिद्वार, रूड़की, लक्सर, भगवानपुर

क्षेत्रफल: 2,360 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-08



रुद्रप्रयाग: 

यह जिला अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों के संगम के लिए प्रसिद्ध है. केदारनाथ मंदिर का रास्ता भी यहीं से होकर जाता है.

रुद्रप्रयाग जिले का लगभग 70% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है. यहाँ के जंगलों में प्रमुख रूप से देवदार, बांज, बुरांश और चीड़ के पेड़ पाए जाते हैं.

रुद्रप्रयाग जिले की कुल जनसंख्या 242,285 है , जिसमें पुरुष जनसंख्या 114,589 और महिला जनसंख्या 127,696 है.

रुद्रप्रयाग ज़िले में 4 तहसीलें हैं:   जखोली , उखीमठ,  बसुकेदार, रुद्रप्रयाग.

क्षेत्रफल: 1,984 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-13





कुमाऊँ मंडल के अंतर्गत आने वाले जिलों की सूची इस प्रकार है:-


अल्मोड़ा: 

इस जिले की प्राचीन वास्तुकला और हस्तशिल्प यहाँ की खासियत हैं. कसार देवी मंदिर और बिनसर वन्यजीव अभयारण्य यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं.

अल्मोड़ा जिले का लगभग 70% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है.  यहाँ के जंगलों में मुख्य रूप से देवदार, बुरांश, चीड़, और बांज के पेड़ पाए जाते हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार, अल्मोड़ा जिले की कुल जनसंख्या 6,33,117 थी.  इसमें 3,06,674 पुरुष और 3,26,443 महिलाएँ शामिल थीं.

अल्मोड़ा ज़िले में 9 तहसीलें हैं: अल्मोड़ा , भनोली, भिकियासैंण, चौखुटिया, द्वारहाट, जैंती, रानीखेत, सोमेश्वर, सुल्ट.

क्षेत्रफल: 3,139 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-01


नैनीताल: 

झीलों का शहर, नैनीताल एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. नैनी झील और नैना देवी मंदिर यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं.

नैनीताल जिले का लगभग 65% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है.  इस क्षेत्र में चीड़, बांज, देवदार, और बुरांश के घने जंगल पाए जाते हैं, जो नैनीताल की खूबसूरती को बढ़ाते हैं.

नैनीताल जिले की कुल जनसंख्या 954,605 ​​है , जिसमें पुरुष जनसंख्या 493,666 और महिला जनसंख्या 460,939 है.

पिथौरागढ़ ज़िले में  9 तहसीलें हैं: बेतालघाट, नैनीताल, हल्द्वानी, रामनगर, कालाढूंगी, लालकुऑ, धारी, खनस्यूं, कोश्याकुटौली.

क्षेत्रफल: 4,251 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-04



पिथौरागढ़: 

इसे 'छोटा कश्मीर' के नाम से भी जाना जाता है. यहाँ की खूबसूरत घाटियाँ और हिमालय का दृश्य मनमोहक है.

पिथौरागढ़ जिले का लगभग 24% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है. इस क्षेत्र के जंगलों में बांज, देवदार, और चीड़ के पेड़ प्रमुखता से पाए जाते हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार, पिथौरागढ़ जिले की कुल जनसंख्या 483,439 है, जिसमें पुरुष जनसंख्या 239,306 और महिला जनसंख्या 244,133 है.

पिथौरागढ़ ज़िले में 12 तहसीलें हैं:  पिथौरागढ़, धारचूला,  बंगापानी, गंगोलीहाट, बेड़ीनाग, थल, मुनस्यारी, देवलथल, गणाईगंगोली, तेजम, कनालीछीना, डीडीहाट.

क्षेत्रफल: 7,090 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-05


बागेश्वर: 

यहाँ के बागनाथ मंदिर और सरयू नदी के तट पर बसे इस जिले का धार्मिक महत्व है. यह जिला साहसिक खेलों के लिए भी जाना जाता है.

बागेश्वर जिले का लगभग 59% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है. यहाँ के जंगलों में चीड़, देवदार, बुरांश, और ओक जैसे पेड़ पाए जाते हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार, बागेश्वर जिले की कुल जनसंख्या 259,898 है, जिसमें पुरुष जनसंख्या 124,326 और महिला जनसंख्या 135,572 है.

बागेश्वर ज़िले में 6 तहसीलें हैं:    कांडा ,  गरुड़ , कपकोट,  काफलीगैर,  बागेश्वर , दुग नाकुरी. 

क्षेत्रफल: 2,246 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-02


चंपावत: 

यह जिला अपनी ऐतिहासिक धरोहर और प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के बालेश्वर मंदिर और मायावती आश्रम प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं.

चंपावत जिले का लगभग 65% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है. इस जिले के जंगलों में सागौन, चीड़, बुरांश, और बांज के पेड़ प्रमुख रूप से पाए जाते हैं.

चंपावत जिले की कुल जनसंख्या 259,648 है , जिसमें पुरुष जनसंख्या 131,125 और महिला जनसंख्या 128,523 है.

चंपावत ज़िले में 5 तहसीलें हैं:  चंपावत, लोहाघाट, पाटी, बाराकोट, श्री पूर्णागिरी.

क्षेत्रफल: 1,781 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-03



उधम सिंह नगर: 

कृषि और उद्योग के लिए प्रसिद्ध, यह जिला तराई क्षेत्र में स्थित है.  यहाँ के नैनीताल और पंतनगर विश्वविद्यालय भी महत्वपूर्ण हैं.

उधम सिंह नगर का लगभग 13% हिस्सा वन क्षेत्र से घिरा हुआ है. यह जिला उत्तराखंड के तराई क्षेत्र में स्थित है, जहाँ के जंगलों में सागौन, शीशम, और साल के पेड़ प्रमुखता से पाए जाते हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार, उधम सिंह नगर जिले की कुल जनसंख्या1,648,902 है , जिसमें पुरुष जनसंख्या 858,783 और महिला जनसंख्या 790,119 है.

उधम सिंह नगर ज़िले में 9 तहसीलें हैं:  किच्छा, खटीमा, जसपुर, बाजपुर , गदरपुर, रुद्रपुर, काशीपुर, सितारगंज

क्षेत्रफल: 2,908 वर्ग किलोमीटर

RTO CODE: UK-06



उत्तराखंड: जिलों के रोचक तथ्य

  • उत्तराखंड का सबसे बड़ा जिला चमोली है, जिसका क्षेत्रफल 8,030 वर्ग किलोमीटर है.
  • उत्तराखंड का सबसे छोटा जिला चंपावत है, जिसका क्षेत्रफल 1,781 वर्ग किलोमीटर है.
  • उत्तराखंड का दूसरा सबसे बड़ा जिला उत्तरकाशी है, जिसका क्षेत्रफल 8,016 वर्ग किलोमीटर है.
  • उत्तराखंड दो राज्यों के साथ अपनी सीमा क्षेत्र साझा करता है, जो कि हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश हैं.

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