इस ब्लॉग में, हम उत्तराखंड के सभी मुख्यमंत्रियों और उनके कार्यकाल के बारे में जानकारी देंगे.
भुवन चंद्र खंडूरी ने तीन बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी. उनका पहला कार्यकाल 2001 से 2002 तक था, दूसरा 2007 से 2009 तक, और तीसरा 2011 से 2012 तक. वे भारतीय सेना के पूर्व जनरल भी हैं और उनके नेतृत्व में राज्य में कई बुनियादी ढांचे की परियोजनाएँ शुरू की गईं.
नारायण दत्त तिवारी का कार्यकाल 2002 से 2007 तक रहा. वे कांग्रेस पार्टी से थे और उत्तराखंड के विकास के लिए उनकी सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाएँ लागू कीं.
रमेश पोखरियाल निशंक ने 2009 से 2011 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी. उन्होंने शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार किए.
विजय बहुगुणा ने 2012 से 2014 तक मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी. उनके कार्यकाल के दौरान राज्य ने प्राकृतिक आपदाओं का सामना किया और राहत कार्यों में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही.
हरीश रावत ने 2014 से 2017 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी. उनके नेतृत्व में राज्य ने कई सामाजिक और आर्थिक सुधार देखे.
त्रिवेंद्र सिंह रावत का कार्यकाल 2017 से 2021 तक था. उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कदम उठाए और विकास की कई योजनाएँ शुरू कीं.
1. नित्यानंद स्वामी (2000-2001)
उत्तराखंड के पहले मुख्यमंत्री नित्यानंद स्वामी थे। उन्होंने 9 नवंबर 2000 से 29 अक्टूबर 2001 तक इस पद पर कार्य किया. उनके नेतृत्व में राज्य ने अपने शुरुआती विकास की दिशा तय की.
2. भुवन चंद्र खंडूरी (2001-2002, 2007-2009, 2011-2012)
भुवन चंद्र खंडूरी ने तीन बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी. उनका पहला कार्यकाल 2001 से 2002 तक था, दूसरा 2007 से 2009 तक, और तीसरा 2011 से 2012 तक. वे भारतीय सेना के पूर्व जनरल भी हैं और उनके नेतृत्व में राज्य में कई बुनियादी ढांचे की परियोजनाएँ शुरू की गईं.
3. भगत सिंह कोश्यारी (2001-2002)
भगत सिंह कोश्यारी ने 30 अक्टूबर 2001 से 1 मार्च 2002 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. वे उत्तराखंड राज्य के निर्माण के लिए सक्रिय रूप से जुड़े थे और उनके नेतृत्व में राज्य ने कई नीतिगत सुधार देखे.
4. नारायण दत्त तिवारी (2002-2007)
नारायण दत्त तिवारी का कार्यकाल 2002 से 2007 तक रहा. वे कांग्रेस पार्टी से थे और उत्तराखंड के विकास के लिए उनकी सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाएँ लागू कीं.
5. रमेश पोखरियाल निशंक (2009-2011)
रमेश पोखरियाल निशंक ने 2009 से 2011 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी. उन्होंने शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार किए.
6. विजय बहुगुणा (2012-2014)
विजय बहुगुणा ने 2012 से 2014 तक मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी. उनके कार्यकाल के दौरान राज्य ने प्राकृतिक आपदाओं का सामना किया और राहत कार्यों में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही.
7. हरीश रावत (2014-2017)
हरीश रावत ने 2014 से 2017 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी. उनके नेतृत्व में राज्य ने कई सामाजिक और आर्थिक सुधार देखे.
8. त्रिवेंद्र सिंह रावत (2017-2021)
त्रिवेंद्र सिंह रावत का कार्यकाल 2017 से 2021 तक था. उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कदम उठाए और विकास की कई योजनाएँ शुरू कीं.
9. तीरथ सिंह रावत (2021)
तीरथ सिंह रावत ने 2021 में कुछ महीनों के लिए मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी. उनका कार्यकाल बहुत छोटा था, लेकिन उन्होंने राज्य में कोविड-19 महामारी के दौरान राहत कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया.
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